क्या आप भी जानना कहते है के ट्रेडिंग किसे कहा जाता है और यह कैसे होती है? तो आपने बिलकुल सही क्लिक किया है। आज हम आपको बतायेगे के यह ट्रेडिंग क्या है और शेयर मार्किट में इसके क्या USE है।
Trading क्या है ?
लोग जब पैसे कमाने के लिए शेयर को खरीदते जा बेचते है, उस प्रोसेस को ट्रेडिंग कहा जाता है। ट्रेडिंग के लिए लोग कई सारे पलटफोर्म की वरतो करते है। इस लेख म हम उन सभ को विस्थार से जाने गए। जो लोग ट्रेडिंग करते है उन्हें ट्रेडर्स ( Traders ) कहा जाता है। ट्रडिंग करने वालो को शेयर की कीमत बढ़ने और घटने के वेयर पता चलता रहता है। इस लिए वह यह देख क्र अपने ट्रेडिंग को अस्च्छा बना सकते है।
यह समानिये कोई एक Product नहीं होता, बल्कि शेयर, स्टॉक्स, करेंसी, कमोडिटी (सोना, चांदी आदि) कुछ भी हो सकते हैं।
Trading कितने प्रकार की होती है ?
अगर हम ट्रेडिंग की किसमों की बात करें तो यह आम 4 पर्कार की होती है।
- Intraday Trading / इंट्राडे ट्रेडिंग
- Swing Trading / स्विंग ट्रेडिंग
- Positional Trading / पोजिशनल ट्रेडिंग
- Delivery Trading / डिलीवरी ट्रेडिंग
- Scalping / स्कैल्पिंग
प्रकार | अवधि | रिस्क लेवल | कौन करे? |
---|---|---|---|
Intraday | 1 दिन | बहुत ज्यादा | प्रो ट्रेडर |
Swing | 2-10 दिन | मध्यम | न्यू ट्रेडर |
Positional | हफ्ते/महीने | कम-मध्यम | पार्ट-टाइम ट्रेडर |
Scalping | सेकंड/मिनट | बहुत ज्यादा | एक्सपर्ट्स |
Delivery | महीने/साल | कम | इन्वेस्टर्स |
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे काम करती है? / How Trading Works in Share Market
जहाँ कंपनियों अपने शेयर खरीदती और बेचती हैं, उसे शेयर मार्किट कहा जाता है पूरी जानकारी के लिए के शेयर मार्किट क्या होता यह पढ़े शेयर मार्केट (What is Share Market) क्या है और यह कैसे चलता है जानिए पूरी जानकारी
ट्रेडिंग का उपयोग शेयर मार्केट में प्रॉफिट कमाने, निवेश करने के लिए किया जाता है। Demat और Trading अकाउंट के ज़रिए लोग शेयर बाजार का उपयोग करते हैं, जिसमें वे अलग अलग कंपनियों के Stocks खरीदे और बेचे जाते है। ट्रेडिंग केजरिये हम कम समय में फायदा कमा सकते हैं । मार्केट की स्थिति के आधार पर शेयर के Price ऊपर-नीचे होते रहते हैं। अगर बजार का मुल्ये आपके स्टॉक के अनुकूल चलता है तोह आपको फाएदा होता है। इसलिए शेयर मार्किट में समझदारी से का काम किया जाता है।
Trading कैसे शुरू करें ?
यह तोह हमने जान लिया के ट्रेडिंग हमारे लिए लाभड़यिक साबित हो सकती है लेकिन हमे इसे कैसे शुरू करना है आइए जानते है
- सबसे पहले आपको अपना Demat और Trading खाता खोलना होगा।
- इसके बाद आपको बजट को सेट करना होगा और बजट सेट करने के बाद आपकी स्टॉक ट्रेड जाता है शुरू हो जाएगी इस बजट को सेट करने का मतलब यह होता है कि आपको अपनी ट्रेडिंग कि बजट पर स्टार्ट करनी है।
- बजट सेट करने के बाद अपने मार्केट ऑर्डर और लिमिट आर्डर का प्रयोग करना सीखे। इसके लिए आप किसी भी वेबसाइट का इस्तेमाल कर सकते हैं l मार्केट ऑर्डर जैसे जो भी मार्केट में कीमत चल रही होगी उसके अकॉर्डिंग स्टॉक खरीदा जा बेचा जाता है और लिमिट ऑर्डर जो आपके द्वारा बजट सेट किया गया होगा उसके आधार पर खरीदा जाता है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग का मौजूदा प्रभाव
अगर हम आज के टाइम की बात करें कि आज के टाइम में ट्रेडिंग का क्या प्रभाव है तो यह जानते हैं। हम यह तो सभी जानते हैं कि आज के समय में ट्रेडिंग ऑनलाइन ज्यादा की जाती है। इंटरनेट में शेयर बाजार में जो ट्रेडिंग है उसको बहुत ही आसान और तेज बना दिया है। घरों पर बैठे आम लोग भी ट्रेडिंग के जरिए आसानी से शेयर खरीदे और भेज सकते हैं। ऑनलाइन ट्रेडिंग के आने के बाद म्युचुअल फंड भी लोगों द्वारा पसंद किया जाने लगा है। अब निवेश करने वाले इंटरनेट के माध्यम से कई तरह के म्युचुअल फंड और अन्य निवेश विकल्पों को आसानी से बना सकते हैं। इसके जरिए लोग पहले से ज्यादा समझदारी से निवेश कर सकते हैं। इंटरनेट के माध्यम से हम स्टॉक की कीमतों का आसानी से पता लगा सकते हैं।
ट्रेडिंग का इतिहास
अगर हम ट्रेडिंग की बात करें तुझे कोई नई-नई है जो पुरातन समय से चलती आ रही है। व्यापार की शुरुआत तो इंसानों ने जन्म लेने से ही कर दी होती है। शुरू में जब लोगों के पास पैसा नहीं होता था तो वह अपनी वस्तुओं से और सेवाओं से आदान-प्रदान करते होते थे जैसे कोई व्यक्ति अपनी जरूरत की वास्तु के बदले में कोई और वस्तु किसी व्यक्ति को देता था तो उसे भी उसे समय की ट्रेडिंग ही कहा जाता था। जैसे अनाज के बदले में सब्जी। लेकिन इसमें लोगों को कीमत तय करने में बहुत मुश्किल आती थी इसलिए पैसा चलन शुरू हो गया। पैसे के आने के बाद व्यापार स्टार्ट हो चुके उसके बाद धीरे-धीरे बैंकिंग और शेयर बाजार जैसी व्यवस्थाएं बनी। अगर हम शेयर बाजार की बात करें तो उसकी शुरुआत तब हुई थी जब लोगों के द्वारा व्यापार कंपनियों में पैसे देकर व्यापार कंपनी द्वारा व्यापार शुरू किया गया । कंपनियों ने अपनी मुनाफिक के लिए लोगों को हिस्से देना स्टार्ट किया। अगर हम हमारे देश की बात करें तो भारत में शेयर बाजार का पहला बड़ा केंद्र बना था बंबई स्टॉक एक्सचेंज। इसकी स्थापना 1875 में हुई थी। और इसके बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज आया। इसके आने के बाद ट्रेडिंग को डिजिटल बना दिया गया जिससे और भी आसान हो गई। आज के समय में काफी मोबाइल एप्स बन चुके हैं जिससे हम share को खरीदार भेज सकते हैं। आज के समय ट्रेडिंग बहुत आसान हो चुकी है।
Trading के क्या लाभ है
अगर हम ट्रेडिंग के लाभ के बारे में बात करें तो इसके हमें बहुत सारे लाभ होते हैं।
सबसे पहले लाभ तो हमें यह है कि इसमें हम कम समय में ज्यादा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
इसमें हम आसानी से खरीद और भेज सकते हैं।
बड़ी निवेश के साथ-साथ इसमें हम छोटे-छोटे निवेश भी कर सकते हैं।
इसके माध्यम से हम एक अच्छा रोजगार चला सकते हैं, तो आर्थिक तौर पर भी हिंदी हमारे लिए लाभदायक साबित हो सकती है।
निष्कर्ष
अगर हम ट्रेडिंग की बात करें तो यह भी शेयर बाजार का हिस्सा है और आप इसे शुरू करके अच्छे लाभदायक फायदे ले सकते हैं। तो जल्दी अपना डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोले और ट्रेडिंग स्टार्ट करें।